ਤਿਥੈ ਹੋਰੁ ਨ ਕੋਈ ਹੋਰੁ ॥ तिथै होरु न कोई होरु ॥ Ṫiṫʰæ hor na ko▫ee hor. No one else dwells there, ਕਰਮ ਖੰਡ ਕੀ ਬਾਣੀ ਜੋਰੁ ॥ करम खंड की बाणी जोरु ॥ Karam kʰand kee baṇee jor. In the realm of karma, the Word is Power. ਤਿਨ ਮਹਿ ਰਾਮੁ ਰਹਿਆ ਭਰਪੂਰ ॥ तिन महि रामु रहिआ भरपूर ॥ Ṫin mėh raam rahi▫aa bʰarpoor. They are totally fulfilled, imbued with the Lord’s Essence. ਤਿਥੈ ਜੋਧ ਮਹਾਬਲ ਸੂਰ ॥ तिथै जोध महाबल सूर ॥ Ṫiṫʰæ joḋʰ mahaabal soor. except the warriors of great power, the spiritual heroes. ਤਿਥੈ ਸੀਤੋ ਸੀਤਾ ਮਹਿਮਾ ਮਾਹਿ ॥ तिथै सीतो सीता महिमा माहि ॥ Ṫiṫʰæ seeṫo seeṫaa mahimaa maahi. Myriads of Sitas are there, cool and calm in their majestic glory. ਤਾ ਕੇ ਰੂਪ ਨ ਕਥਨੇ ਜਾਹਿ ॥ ता के रूप न कथने जाहि ॥ Ṫaa ké roop na kaṫʰné jaahi. Their beauty cannot be described. ਨਾ ਓਹਿ ਮਰਹਿ ਨ ਠਾਗੇ ਜਾਹਿ ॥ ना ओहि मरहि न ठागे जाहि ॥ Naa ohi marėh na tʰaagé jaahi. Neither death nor deception comes to those, ਜਿਨ ਕੈ ਰਾਮੁ ਵਸੈ ਮਨ ਮਾਹਿ ॥ जिन कै रामु वसै मन माहि ॥ Jin kæ raam vasæ man maahi. within whose minds the Lord abides. ਤਿਥੈ ਭਗਤ ਵਸਹਿ ਕੇ ਲੋਅ ॥ तिथै भगत वसहि के लोअ ॥ Ṫiṫʰæ bʰagaṫ vasėh ké lo▫a. The devotees of many worlds dwell there. ਕਰਹਿ ਅਨੰਦੁ ਸਚਾ ਮਨਿ ਸੋਇ ॥ करहि अनंदु सचा मनि सोइ ॥ Karahi anand sachaa man so▫é. They celebrate; their minds are imbued with the True Lord. ਸਚ ਖੰਡਿ ਵਸੈ ਨਿਰੰਕਾਰੁ ॥ सच खंडि वसै निरंकारु ॥ Sach kʰand vasæ nirankaar. In the realm of Truth, the Formless Lord abides. ਤਿਥੈ ਲੋਅ ਲੋਅ ਆਕਾਰ ॥ तिथै लोअ लोअ आकार ॥ Ṫiṫʰæ lo▫a lo▫a aakaar. There are worlds upon worlds of His Creation. ਜੇ ਕੋ ਕਥੈ ਤ ਅੰਤ ਨ ਅੰਤ ॥ जे को कथै त अंत न अंत ॥ Jé ko kaṫʰæ ṫa anṫ na anṫ. If one speaks of them, there is no limit, no end. ਤਿਥੈ ਖੰਡ ਮੰਡਲ ਵਰਭੰਡ ॥ तिथै खंड मंडल वरभंड ॥ Ṫiṫʰæ kʰand mandal varbʰand. There are planets, solar systems and galaxies. ਕਰਿ ਕਰਿ ਵੇਖੈ ਨਦਰਿ ਨਿਹਾਲ ॥ करि करि वेखै नदरि निहाल ॥ Kar kar vékʰæ naḋar nihaal. Having created the creation, He watches over it. By His Glance of Grace, He bestows happiness. ਜਿਵ ਜਿਵ ਹੁਕਮੁ ਤਿਵੈ ਤਿਵ ਕਾਰ ॥ जिव जिव हुकमु तिवै तिव कार ॥ Jiv jiv hukam ṫivæ ṫiv kaar. As He commands, so they exist. ਵੇਖੈ ਵਿਗਸੈ ਕਰਿ ਵੀਚਾਰੁ ॥ वेखै विगसै करि वीचारु ॥ vékʰæ vigsæ kar veechaar. He watches over all, and contemplating the creation, He rejoices. ਨਾਨਕ ਕਥਨਾ ਕਰੜਾ ਸਾਰੁ ॥੩੭॥ नानक कथना करड़ा सारु ॥३७॥ Naanak kaṫʰnaa karṛaa saar. ||37|| O Nanak! To describe this is as hard as steel! ||37|| |