ਤੋਹੀ ਮੋਹੀ ਮੋਹੀ ਤੋਹੀ ਅੰਤਰੁ ਕੈਸਾ ॥ तोही मोही मोही तोही अंतरु कैसा ॥ Ṫohee mohee mohee ṫohee anṫar kæsaa. You are me, and I am You-what is the difference between us? ਸਿਰੀਰਾਗੁ ॥ सिरीरागु ॥ Sireeraag. Sree Raag: ਜਉ ਪੈ ਹਮ ਨ ਪਾਪ ਕਰੰਤਾ ਅਹੇ ਅਨੰਤਾ ॥ जउ पै हम न पाप करंता अहे अनंता ॥ Ja▫o pæ ham na paap karanṫaa ahé ananṫaa. If I did not commit any sins, O Infinite Lord, ਪਤਿਤ ਪਾਵਨ ਨਾਮੁ ਕੈਸੇ ਹੁੰਤਾ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥ पतित पावन नामु कैसे हुंता ॥१॥ रहाउ ॥ Paṫiṫ paavan naam kæsé hunṫaa. ||1|| rahaa▫o. how would You have acquired the name, ’Redeemer of sinners’? ||1||Pause|| ਕਨਕ ਕਟਿਕ ਜਲ ਤਰੰਗ ਜੈਸਾ ॥੧॥ कनक कटिक जल तरंग जैसा ॥१॥ Kanak katik jal ṫarang jæsaa. ||1|| We are like gold and the bracelet, or water and the waves. ||1|| ਤੁਮੑ ਜੁ ਨਾਇਕ ਆਛਹੁ ਅੰਤਰਜਾਮੀ ॥ तुम्ह जु नाइक आछहु अंतरजामी ॥ Ṫumĥ jo naa▫ik aachʰahu anṫarjaamee. You are my Master, the Inner-knower, Searcher of hearts. ਪ੍ਰਭ ਤੇ ਜਨੁ ਜਾਨੀਜੈ ਜਨ ਤੇ ਸੁਆਮੀ ॥੨॥ प्रभ ते जनु जानीजै जन ते सुआमी ॥२॥ Parabʰ ṫé jan jaaneejæ jan ṫé su▫aamee. ||2|| The servant is known by his God, and the Lord and Master is known by His servant. ||2|| ਸਰੀਰੁ ਆਰਾਧੈ ਮੋ ਕਉ ਬੀਚਾਰੁ ਦੇਹੂ ॥ सरीरु आराधै मो कउ बीचारु देहू ॥ Sareer aaraaḋʰæ mo ka▫o beechaar ḋéhoo. Grant me the wisdom to worship and adore You with my body. ਰਵਿਦਾਸ ਸਮ ਦਲ ਸਮਝਾਵੈ ਕੋਊ ॥੩॥ रविदास सम दल समझावै कोऊ ॥३॥ Raviḋaas sam ḋal samjʰaavæ ko▫oo. ||3|| O Ravi Das, one who understands that the Lord is equally in all, is very rare. ||3|| |