ਨਾਨਾ ਰੂਪ ਜਿਉ ਸ੍ਵਾਗੀ ਦਿਖਾਵੈ ॥
नाना रूप जिउ स्वागी दिखावै ॥
Naanaa roop ji▫o savaagee ḋikʰaavæ.
In various costumes, like actors, they appear.
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ਜਿਉ ਪ੍ਰਭ ਭਾਵੈ ਤਿਵੈ ਨਚਾਵੈ ॥
जिउ प्रभ भावै तिवै नचावै ॥
Ji▫o parabʰ bʰaavæ ṫivæ nachaavæ.
As it pleases God, they dance.
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ਜੋ ਤਿਸੁ ਭਾਵੈ ਸੋਈ ਹੋਇ ॥
जो तिसु भावै सोई होइ ॥
Jo ṫis bʰaavæ so▫ee ho▫é.
Whatever pleases Him, comes to pass.
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ਨਾਨਕ ਦੂਜਾ ਅਵਰੁ ਨ ਕੋਇ ॥੭॥
नानक दूजा अवरु न कोइ ॥७॥
Naanak ḋoojaa avar na ko▫é. ||7||
O Nanak! There is no other at all. ||7||
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ਕਬਹੂ ਸਾਧਸੰਗਤਿ ਇਹੁ ਪਾਵੈ ॥
कबहू साधसंगति इहु पावै ॥
Kabhoo saaḋʰsangaṫ ih paavæ.
Sometimes, this being attains the Company of the Holy.
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ਉਸੁ ਅਸਥਾਨ ਤੇ ਬਹੁਰਿ ਨ ਆਵੈ ॥
उसु असथान ते बहुरि न आवै ॥
Us asṫʰaan ṫé bahur na aavæ.
From that place, he does not have to come back again.
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ਅੰਤਰਿ ਹੋਇ ਗਿਆਨ ਪਰਗਾਸੁ ॥
अंतरि होइ गिआन परगासु ॥
Anṫar ho▫é gi▫aan pargaas.
The light of spiritual wisdom dawns within.
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ਉਸੁ ਅਸਥਾਨ ਕਾ ਨਹੀ ਬਿਨਾਸੁ ॥
उसु असथान का नही बिनासु ॥
Us asṫʰaan kaa nahee binaas.
That place does not perish.
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ਮਨ ਤਨ ਨਾਮਿ ਰਤੇ ਇਕ ਰੰਗਿ ॥
मन तन नामि रते इक रंगि ॥
Man ṫan naam raṫé ik rang.
The mind and body are imbued with the Love of the Naam, the Name of the One Lord.
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ਸਦਾ ਬਸਹਿ ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ ਕੈ ਸੰਗਿ ॥
सदा बसहि पारब्रहम कै संगि ॥
Saḋaa basėh paarbarahm kæ sang.
He dwells forever with the Supreme Lord God.
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ਜਿਉ ਜਲ ਮਹਿ ਜਲੁ ਆਇ ਖਟਾਨਾ ॥
जिउ जल महि जलु आइ खटाना ॥
Ji▫o jal mėh jal aa▫é kʰataanaa.
As water comes to blend with water,
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ਤਿਉ ਜੋਤੀ ਸੰਗਿ ਜੋਤਿ ਸਮਾਨਾ ॥
तिउ जोती संगि जोति समाना ॥
Ṫi▫o joṫee sang joṫ samaanaa.
his light blends into the Light.
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ਮਿਟਿ ਗਏ ਗਵਨ ਪਾਏ ਬਿਸ੍ਰਾਮ ॥
मिटि गए गवन पाए बिस्राम ॥
Mit ga▫é gavan paa▫é bisraam.
Reincarnation is ended, and eternal peace is found.
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ਨਾਨਕ ਪ੍ਰਭ ਕੈ ਸਦ ਕੁਰਬਾਨ ॥੮॥੧੧॥
नानक प्रभ कै सद कुरबान ॥८॥११॥
Naanak parabʰ kæ saḋ kurbaan. ||8||11||
Nanak is forever a sacrifice to God. ||8||11||
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ਸਲੋਕੁ ॥
सलोकु ॥
Salok.
Shalok:
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ਸੁਖੀ ਬਸੈ ਮਸਕੀਨੀਆ ਆਪੁ ਨਿਵਾਰਿ ਤਲੇ ॥
सुखी बसै मसकीनीआ आपु निवारि तले ॥
Sukʰee basæ maskeenee▫aa aap nivaar ṫalé.
The humble beings abide in peace; subduing egotism, they are meek.
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ਬਡੇ ਬਡੇ ਅਹੰਕਾਰੀਆ ਨਾਨਕ ਗਰਬਿ ਗਲੇ ॥੧॥
बडे बडे अहंकारीआ नानक गरबि गले ॥१॥
Badé badé ahaⁿkaaree▫aa Naanak garab galé. ||1||
The very proud and arrogant persons, O Nanak! Are consumed by their own pride. ||1||
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ਅਸਟਪਦੀ ॥
असटपदी ॥
Asatpaḋee.
Ashtapadee:
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ਜਿਸ ਕੈ ਅੰਤਰਿ ਰਾਜ ਅਭਿਮਾਨੁ ॥
जिस कै अंतरि राज अभिमानु ॥
Jis kæ anṫar raaj abʰimaan.
One who has the pride of power within,
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ਸੋ ਨਰਕਪਾਤੀ ਹੋਵਤ ਸੁਆਨੁ ॥
सो नरकपाती होवत सुआनु ॥
So narakpaaṫee hovaṫ su▫aan.
shall dwell in hell, and become a dog.
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ਜੋ ਜਾਨੈ ਮੈ ਜੋਬਨਵੰਤੁ ॥
जो जानै मै जोबनवंतु ॥
Jo jaanæ mæ jobanvanṫ.
One who deems himself to have the beauty of youth,
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ਸੋ ਹੋਵਤ ਬਿਸਟਾ ਕਾ ਜੰਤੁ ॥
सो होवत बिसटा का जंतु ॥
So hovaṫ bistaa kaa janṫ.
shall become a maggot in manure.
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ਆਪਸ ਕਉ ਕਰਮਵੰਤੁ ਕਹਾਵੈ ॥
आपस कउ करमवंतु कहावै ॥
Aapas ka▫o karamvanṫ kahaavæ.
One who claims to act virtuously,
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ਜਨਮਿ ਮਰੈ ਬਹੁ ਜੋਨਿ ਭ੍ਰਮਾਵੈ ॥
जनमि मरै बहु जोनि भ्रमावै ॥
Janam maræ baho jon bʰarmaavæ.
shall live and die, wandering through countless reincarnations.
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ਧਨ ਭੂਮਿ ਕਾ ਜੋ ਕਰੈ ਗੁਮਾਨੁ ॥
धन भूमि का जो करै गुमानु ॥
Ḋʰan bʰoom kaa jo karæ gumaan.
One who takes pride in wealth and lands
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ਸੋ ਮੂਰਖੁ ਅੰਧਾ ਅਗਿਆਨੁ ॥
सो मूरखु अंधा अगिआनु ॥
So moorakʰ anḋʰaa agi▫aan.
is a fool, blind and ignorant.
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ਕਰਿ ਕਿਰਪਾ ਜਿਸ ਕੈ ਹਿਰਦੈ ਗਰੀਬੀ ਬਸਾਵੈ ॥
करि किरपा जिस कै हिरदै गरीबी बसावै ॥
Kar kirpaa jis kæ hirḋæ gareebee basaavæ.
One whose heart is mercifully blessed with abiding humility,
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ਨਾਨਕ ਈਹਾ ਮੁਕਤੁ ਆਗੈ ਸੁਖੁ ਪਾਵੈ ॥੧॥
नानक ईहा मुकतु आगै सुखु पावै ॥१॥
Naanak eehaa mukaṫ aagæ sukʰ paavæ. ||1||
O Nanak! Is liberated here, and obtains peace hereafter. ||1||
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ਧਨਵੰਤਾ ਹੋਇ ਕਰਿ ਗਰਬਾਵੈ ॥
धनवंता होइ करि गरबावै ॥
Ḋʰanvanṫaa ho▫é kar garbaavæ.
One who becomes wealthy and takes pride in it -
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ਤ੍ਰਿਣ ਸਮਾਨਿ ਕਛੁ ਸੰਗਿ ਨ ਜਾਵੈ ॥
त्रिण समानि कछु संगि न जावै ॥
Ṫariṇ samaan kachʰ sang na jaavæ.
not even a piece of straw shall go along with him.
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ਬਹੁ ਲਸਕਰ ਮਾਨੁਖ ਊਪਰਿ ਕਰੇ ਆਸ ॥
बहु लसकर मानुख ऊपरि करे आस ॥
Baho laskar maanukʰ oopar karé aas.
He may place his hopes on a large army of men,
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ਪਲ ਭੀਤਰਿ ਤਾ ਕਾ ਹੋਇ ਬਿਨਾਸ ॥
पल भीतरि ता का होइ बिनास ॥
Pal bʰeeṫar ṫaa kaa ho▫é binaas.
but he shall vanish in an instant.
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ਸਭ ਤੇ ਆਪ ਜਾਨੈ ਬਲਵੰਤੁ ॥
सभ ते आप जानै बलवंतु ॥
Sabʰ ṫé aap jaanæ balvanṫ.
One who deems himself to be the strongest of all,
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ਖਿਨ ਮਹਿ ਹੋਇ ਜਾਇ ਭਸਮੰਤੁ ॥
खिन महि होइ जाइ भसमंतु ॥
Kʰin mėh ho▫é jaa▫é bʰasmanṫ.
in an instant, shall be reduced to ashes.
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ਕਿਸੈ ਨ ਬਦੈ ਆਪਿ ਅਹੰਕਾਰੀ ॥
किसै न बदै आपि अहंकारी ॥
Kisæ na baḋæ aap ahaⁿkaaree.
One who thinks of no one else except his own prideful self -
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ਧਰਮ ਰਾਇ ਤਿਸੁ ਕਰੇ ਖੁਆਰੀ ॥
धरम राइ तिसु करे खुआरी ॥
Ḋʰaram raa▫é ṫis karé kʰu▫aaree.
the Righteous Judge of Dharma shall expose his disgrace.
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ਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਜਾ ਕਾ ਮਿਟੈ ਅਭਿਮਾਨੁ ॥
गुर प्रसादि जा का मिटै अभिमानु ॥
Gur parsaaḋ jaa kaa mitæ abʰimaan.
One who, by Guru’s Grace, eliminates his ego,
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ਸੋ ਜਨੁ ਨਾਨਕ ਦਰਗਹ ਪਰਵਾਨੁ ॥੨॥
सो जनु नानक दरगह परवानु ॥२॥
So jan Naanak ḋargėh parvaan. ||2||
O Nanak! Becomes acceptable in the Court of the Lord. ||2||
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ਕੋਟਿ ਕਰਮ ਕਰੈ ਹਉ ਧਾਰੇ ॥
कोटि करम करै हउ धारे ॥
Kot karam karæ ha▫o ḋʰaaré.
If someone does millions of good deeds, while acting in ego,
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ਸ੍ਰਮੁ ਪਾਵੈ ਸਗਲੇ ਬਿਰਥਾਰੇ ॥
स्रमु पावै सगले बिरथारे ॥
Saram paavæ saglé birṫʰaaré.
he shall incur only trouble; all this is in vain.
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ਅਨਿਕ ਤਪਸਿਆ ਕਰੇ ਅਹੰਕਾਰ ॥
अनिक तपसिआ करे अहंकार ॥
Anik ṫapasi▫aa karé ahaⁿkaar.
If someone performs great penance, while acting in selfishness and conceit,
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ਨਰਕ ਸੁਰਗ ਫਿਰਿ ਫਿਰਿ ਅਵਤਾਰ ॥
नरक सुरग फिरि फिरि अवतार ॥
Narak surag fir fir avṫaar.
he shall be reincarnated into heaven and hell, over and over again.
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ਅਨਿਕ ਜਤਨ ਕਰਿ ਆਤਮ ਨਹੀ ਦ੍ਰਵੈ ॥
अनिक जतन करि आतम नही द्रवै ॥
Anik jaṫan kar aaṫam nahee ḋarvæ.
He makes all sorts of efforts, but his soul is still not softened -
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ਹਰਿ ਦਰਗਹ ਕਹੁ ਕੈਸੇ ਗਵੈ ॥
हरि दरगह कहु कैसे गवै ॥
Har ḋargėh kaho kæsé gavæ.
how can he go to the Court of the Lord?
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ਆਪਸ ਕਉ ਜੋ ਭਲਾ ਕਹਾਵੈ ॥
आपस कउ जो भला कहावै ॥
Aapas ka▫o jo bʰalaa kahaavæ.
One who calls himself good -
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ਤਿਸਹਿ ਭਲਾਈ ਨਿਕਟਿ ਨ ਆਵੈ ॥
तिसहि भलाई निकटि न आवै ॥
Ṫisėh bʰalaa▫ee nikat na aavæ.
goodness shall not draw near him.
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ਸਰਬ ਕੀ ਰੇਨ ਜਾ ਕਾ ਮਨੁ ਹੋਇ ॥
सरब की रेन जा का मनु होइ ॥
Sarab kee rén jaa kaa man ho▫é.
One whose mind is the dust of all -
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ਕਹੁ ਨਾਨਕ ਤਾ ਕੀ ਨਿਰਮਲ ਸੋਇ ॥੩॥
कहु नानक ता की निरमल सोइ ॥३॥
Kaho Naanak ṫaa kee nirmal so▫é. ||3||
says Nanak, his reputation is spotlessly pure. ||3||
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ਜਬ ਲਗੁ ਜਾਨੈ ਮੁਝ ਤੇ ਕਛੁ ਹੋਇ ॥
जब लगु जानै मुझ ते कछु होइ ॥
Jab lag jaanæ mujʰ ṫé kachʰ ho▫é.
As long as someone thinks that he is the one who acts,
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ਤਬ ਇਸ ਕਉ ਸੁਖੁ ਨਾਹੀ ਕੋਇ ॥
तब इस कउ सुखु नाही कोइ ॥
Ṫab is ka▫o sukʰ naahee ko▫é.
he shall have no peace.
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ਜਬ ਇਹ ਜਾਨੈ ਮੈ ਕਿਛੁ ਕਰਤਾ ॥
जब इह जानै मै किछु करता ॥
Jab ih jaanæ mæ kichʰ karṫaa.
As long as this mortal thinks that he is the one who does things,
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ਤਬ ਲਗੁ ਗਰਭ ਜੋਨਿ ਮਹਿ ਫਿਰਤਾ ॥
तब लगु गरभ जोनि महि फिरता ॥
Ṫab lag garabʰ jon mėh firṫaa.
he shall wander in reincarnation through the womb.
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ਜਬ ਧਾਰੈ ਕੋਊ ਬੈਰੀ ਮੀਤੁ ॥
जब धारै कोऊ बैरी मीतु ॥
Jab ḋʰaaræ ko▫oo bæree meeṫ.
As long as he considers one an enemy, and another a friend,
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ਤਬ ਲਗੁ ਨਿਹਚਲੁ ਨਾਹੀ ਚੀਤੁ ॥
तब लगु निहचलु नाही चीतु ॥
Ṫab lag nihchal naahee cheeṫ.
his mind shall not come to rest.
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ਜਬ ਲਗੁ ਮੋਹ ਮਗਨ ਸੰਗਿ ਮਾਇ ॥
जब लगु मोह मगन संगि माइ ॥
Jab lag moh magan sang maa▫é.
As long as he is intoxicated with attachment to Maya,
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ਤਬ ਲਗੁ ਧਰਮ ਰਾਇ ਦੇਇ ਸਜਾਇ ॥
तब लगु धरम राइ देइ सजाइ ॥
Ṫab lag ḋʰaram raa▫é ḋé▫é sajaa▫é.
the Righteous Judge shall punish him.
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ਪ੍ਰਭ ਕਿਰਪਾ ਤੇ ਬੰਧਨ ਤੂਟੈ ॥
प्रभ किरपा ते बंधन तूटै ॥
Parabʰ kirpaa ṫé banḋʰan ṫootæ.
By God’s Grace, his bonds are shattered;
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ਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਨਾਨਕ ਹਉ ਛੂਟੈ ॥੪॥
गुर प्रसादि नानक हउ छूटै ॥४॥
Gur parsaaḋ Naanak ha▫o chʰootæ. ||4||
by Guru’s Grace, O Nanak! His ego is eliminated. ||4||
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ਸਹਸ ਖਟੇ ਲਖ ਕਉ ਉਠਿ ਧਾਵੈ ॥
सहस खटे लख कउ उठि धावै ॥
Sahas kʰaté lakʰ ka▫o utʰ ḋʰaavæ.
Earning a thousand, he runs after a hundred thousand.
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